गोरखपुर के उमा सिंह एक रिकॉर्ड बनाते हुए मनाली के माउंट फ्रेंडशिप चोटी को साइकिल से ही फतह कर वहां तिरंगा लहराया और उमा सिंह पहले भारतीय है जिन्होंने ने माउंट फ्रेंडशिप पर साईकिल से चढ़ाई की।
ऐसे हुई यात्रा की शुरुआत…
25 अक्टूबर को साइकिल से ही अपनी यात्रा की शुरुआत करने वाले उमा सिंह बांसगांव तहसील के अंतर्गत आने वाले गोड़सैरा गांव के निवासी हैं।
साईकिल से यात्रा की शुरुआत 25 अक्टूबर को वहां के क्षेत्रीय अध्यक्ष और गोरखपुर के एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह ने हरी झंडी दिखा के करवाया। उमा सिंह ने गोरखपुर से मनाली तक की यात्रा साइकिल से पूरी की। उमा सिंह लखनऊ आगरा दिल्ली वा चंडीगढ़ होते हुए 2 नवंबर को मनाली पहुंचे।
इतने दिन लगे चढ़ाई करने में
साइकिल से माउंट फ्रेंडशिप की चढ़ाई करने वाले उमा सिंह अपनी यात्रा साइकिल से ही प्रारंभ की।
25 अक्टूबर को गोरखपुर से अपनी यात्रा प्रारंभ की और 2 नवंबर को मनाली पहुंच गए। 2 नवंबर को ही लुधियाना की ‘जीकी बाइक’ कंपनी ने पहाड़ों पर चढ़ने वाली साइकिल यानी माउंटेन टरेन बाइक गिफ्ट की।
और 2 नवंबर को ही मनाली से माउंट फ्रेंडशिप चढ़ने की यात्रा प्रारंभ कर दी और यात्रा के दौरान उमा की गाइड सुमेद मेहला भी इनके साथ थे। यात्रा के दौरान करीब 3 दिन इनका मोबाइल नेटवर्क में भी नहीं रहा और करीब 3 दिन इन्होंने पहाड़ों पर टेंट लगाकर रातें बिताई। गोरखपुर से माउंट फ्रेंडशिप की चढ़ाई करने में उमा सिंह को 12 दिन लगे।
17,346 मीटर ऊंचे माउंट फ्रेंडशिप का टॉप प्वाइंट 200 मीटर खड़ी ऊंचाई पर था और वहां तक पहुंचना संभव नहीं था इसलिए गाइड के निर्देशानुसार उमा सिंह ने 200 मीटर नीचे ही तिरंगा को फहरा कर वापसी की।
उमा सिंह के नाम दर्ज और भी रिकॉर्ड…
1 उमा सिंह ने साइकिल से हिमालय की चार चोटियों की चढ़ाई कर भारत के पहले और दुनिया के तीसरे पर्वतारोही बने इन्होंने यह कारनामा 3 दिन में किया।
2 कश्मीर से कन्याकुमारी तक 3629 किलोमीटर का लंबा रास्ता उमा सिंह ने स्पोर्ट बाइक से मात्र 63 घंटे 35 मिनट 20 सेकंड में पूरा किया।
3 माउंट किलिमंजारो अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी जिसकी ऊंचाई 19,340 फीट है।15 अगस्त 2021 को उमा सिंह ने साइकिल से चढ़ाई कर तिरंगा फहराया।
4 12,271 किलोमीटर का सफर साइकिल से करने का रिकॉर्ड इनके नाम दर्ज है। इस दौरान ये देश के सभी राज्यों की राजधानी तक पहुंचे और इस यात्रा को पूरा करने में उमा सिंह ने 73 दिनों का समय लिया।
30 नवंबर 2020 को यात्रा प्रारंभ की और 10 फरवरी 2021 को यात्रा समाप्त किया।