हमेशा एक्शन के मूड में रहने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के गैंगस्टर विकास दुबे पर कसा शिकंजा. इससे पहले जिला प्रशासन ने विकास दुबे गैंग और उनके रिश्तेदारों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग 60 करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी जब्त थी। इधर एक्शन में आए उत्तर प्रदेश सरकार ने विकास दुबे पर बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग 10 करोड़ से अधिक की 28 प्रवृत्तियों को जब्त किया।
यूपी प्रशासन ने की थी बड़ी कार्रवाई
आपको बता दें गैंगस्टर विकाश दुबे पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन ने विकास दुबे और उनके सगे संबंधियों पर कानूनी शिकंजा कसते हुए कई अचल संपत्ति को जब्त किया था। और यह कार्रवाई प्रशासन ने 9 मई को किया जिसमें विकास दुबे के रिश्तेदारों की 67 करोड़ से अधिक की संपत्ति को जब्त कर उसके आर्थिक साम्राज्य को कमजोर किया और प्रशासन ने विकास दुबे के गांव से लेकर कानपुर और लखनऊ तक की प्रॉपर्टी को जप्त किया जिसमें विकास दुबे की मां सरला दुबे भाई दीपू और उसकी पत्नी रिचा दुबे और बेटे आकाश और शानू दुबे के नाम सम्पत्ति भी शामिल है। इसके साथ-साथ आपको बता दें कि विकास दुबे के खजांची और मुंशी रहे जय कांत बाजपेई को भी उत्तर प्रदेश प्रशासन ने गैंगस्टर और भू माफिया घोषित कर उनके ऊपर बड़ी कार्रवाई की।
क्या था? गैंगस्टर विकास दुबे का बिकरू कांड
यह घटना 2 साल पहले 2 जुलाई 2020 की है जब कानपुर पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे को गिरफ्तार करने पहुंची थी। और तभी अचानक विकास दुबे और उसकी गुर्गे द्वारा पहुंची पुलिस टीम पर अचानक गोलियां बरसाई गई जिससे डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और कई पुलिसकर्मियों को गोली भी लगी और जख्मी हुए। फिर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस प्रशासन ने 6 दिन के अंदर गैंगस्टर विकास दुबे और उसके 6 साथियों का एनकाउंटर कर दिया। साथ ही साथ गैंगस्टर विकास दुबे को बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने काउंटर में मार दिया ।