आपको बता दें कि आजम खान की रामपुर स्थित जोहर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद आरिफ ने वहां की समस्याओं को लेकर पत्र लिखते हुए कहा कि यह यूनिवर्सिटी भी राज्य की धरोहर है और अपनी समस्याओं को गिनाते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ खुद ही आकर निरीक्षण कर सकते है । दरअसल जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर तैनात पुलिस बल से होने वाली समस्याओं को गिनाते हुए मोहम्मद आरिफ ने योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ आ कर निरीक्षण कर सकते है।
जौहर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद आरिफ ने योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख कर समस्याओं से अवगत कराते हुए बोले की यह यूनिवर्सिटी भी प्रदेश की धरोहर है और इसकी सुरक्षा भी सरकार की जिम्मेदारी आगे मोहम्मद आरिफ ने बताया कि यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों को दो महीनों से वेतन नहीं मिला है।
कुलपति ने योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर यूनिवर्सिटी की समस्याओं से कराया अवगत
आपको बता दें कि आजम की जौहर यूनिवर्सिटी में तैनात पुलिस से होने वाली समस्याओं को लेकर प्रोफेसर मोहम्मद आरिफ ने योगी जी को पत्र लिखकर बोले रामपुर में स्थित जोहर यूनिवर्सिटी जिले में शिक्षा का एकमात्र केंद्र है जिसमें छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं। जिसका एकमात्र दे रहा है गरीब से गरीब छात्र-छात्राओं तक शिक्षा को पहुंचाना हर तरह से छात्र-छात्राओं की मदद करना और एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने में देश कोई योगदान देना भी रहा है, ऐसे में आज यूनिवर्सिटी में बहुत सारी कठिनाइयों और समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिससे यूनिवर्सिटी में होने वाले दाखिले में भी कमी आई है।
आपको बता दें घटना 19 सितंबर 2022 है जब उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन ने आजम की जौहर यूनिवर्सिटी में तैनात कर दिया। विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि जगह-जगह पुलिस बल तैनात होने के कारण यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने वाले छात्रों में डर का माहौल है और एडमिशन की संख्या में भारी गिरावट हुई है साथ ही साथ छात्रों के आभिभावक भी बच्चों का एडमिशन कराने से कतराते हैं यही चलता रहा तो यूनिवर्सिटी का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा । किसी डर के माहौल के कारण यूनिवर्सिटी प्रशासन के दो कर्मचारियों ने इस्तीफा दे दिया।
आपको बता दें कि 22 अक्टूबर को फास्ट प्रशासन की तरफ से जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया था उसके बाद यूनिवर्सिटी से 30 अक्टूबर को पुलिस बल हटा दिया गया था लेकिन 31 अक्टूबर और 1 नवंबर की रात्रि को यूनिवर्सिटी में पुलिस बल तैनात कर दिया गया जिसके कारण यूनिवर्सिटी के तमाम कामों में बाधा उत्पन्न होती है।
आपको बता दें यूनिवर्सिटी के दो कर्मचारी परवेज मियां और सलाउद्दीन रहमान को गिरफ्तार करने के बाद यूनिवर्सिटी के ऑफिशियल कामों में रुकावट आई जिससे छात्रों को नए एडमिशन लेने में और बैक पेपर देने में भी समस्या हुई नोड्यूज ना हो पाने के कारण बहुत सारे कार्य रुक गए। हालांकि 15 अक्टूबर 2022 को दोनों की रिहाई हो गई लेकिन बहुत सारे कार्य यूनिवर्सिटी प्रशासन को स्थगित करने पड़े ।
यूनिवर्सिटी के कुलपति ने किया योगी से निवेदन
आजम की जोहर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफ़ेसर आरिफ मोहम्मद में योगी जी को पत्र लिखकर अपनी समस्याओं को अवगत कराते हुए बोले यूनिवर्सिटी प्रदेश की धरोहर और इसको संरक्षित करना प्रदेश सरकार का दायित्व आगे लिखते हुए मोहम्मद आरिफ ने कहा कि यदि किसी भी प्रकार का संकोच है तो योगी जी खुद आकर निरीक्षण कर सकते हैं।